63 वर्ष बाद नाम शुद्विकरण से उम्मेदाराम के परिवार को मिला सम्मान

63 वर्ष बाद नाम शुद्विकरण से उम्मेदाराम के परिवार को मिला सम्मान
बाड़मेर, 29 मई। राजस्व लोक अदालत अभियान के तहत मंगलवार को बांदरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित शिविर की बदौलत 63 वर्ष बाद नाम शुद्विकरण के जरिए उम्मेदाराम के परिवार को सम्मान हासिल हुआ। सेटलमेंट के समय इनके परिवार के सदस्यांे के अशुद्व नाम दर्ज होने से इनको खासी दिक्कतांे का सामना करना पड़ रहा था।
बांदरा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित राजस्व शिविर के दौरान बाड़मेर उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र के समक्ष राणाराम, मूलाराम पुत्र उम्मेदाराम एवं परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित हुए। उन्हांेने बताया कि सेटलमेंट के समय से इनके नाम अशुद्व दर्ज है। जबकि अन्य दस्तावेजांे आधार कार्ड, वोटर कार्ड मंे सही दर्ज है। राजस्व रिकार्ड मंे अशुद्व नाम दर्ज होने से बैंक तथा अन्य विभागीय कार्य निपटाने मंे दिक्कत आती है। साथ ही राज्य सरकार की योजनाआंे का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कई बार सरकारी कार्यालयांे के चक्कर लगाने के बावजूद उनका नाम शुद्विकरण नहीं हो पाया। इस पर उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र ने इनके नाम शुद्विकरण किए। इस दौरान शिविर का अवलोकन करने पहुंचे जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने राणाराम, मूलाराम एवं परिवार के अन्य सदस्यांे को शुद्व किए गए नाम की जमाबंदी सुपुर्द की। जमाबंदी पाकर उम्मेदाराम के परिवार के सदस्य बेहद खुश हुए, उन्हांेने कहा कि आज उनके घर बैठे गंगा आ गई। अब उनका कोई सरकारी काम काज नाम अशुद्विकरण के कारण नहीं अटकेगा। उन्हांेने जिला कलक्टर एवं उपखंड अधिकारी का आभार जताते हुए बताया कि यह शिविर उन जैसे आम लोगांे के लिए वास्तव मंे वरदान साबित हो रहे है।