संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की वेब कासिं्टग होगी

 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों की वेब कासिं्टग होगी

बाड़मेर, 27 नवंबर। संवेदनशील और अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सम्पन्न कराने के लिए निर्वाचन विभाग लाइव वेब कासिं्टग करवाएगा। पहली बार 3 मेगा पिक्सल आईटी कैमरों के जरिए वेब कासिं्टग करवाई जाएगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में वनरेबल और क्रिटिकल मतदान केंद्रों का चयन करने के निर्देश दिए हैं। इन मतदान केंद्रों पर अनवरत विद्युत सप्लाई, चालू हालत में विद्युत पावर पॉइंट, टेली कनेक्टिविटी आदि की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने बताया कि विधानसभा चुनाव-2018 में चयनित मतदान केंद्रों से लाइव वेब कासिं्टग को जिला स्तर पर जिला निर्वाचन अधिकारी, राज्य स्तर पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय और राष्ट्रीय स्तर पर भारत निर्वाचन आयोग के वरिष्ठ अधिकारीगण लाइव देख सकेंगे। इस सिस्टम को सफल बनाने के लिए निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार उप जिला निर्वाचन अधिकारी को जिला प्रशासनिक नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक वेब कासिं्टग अधिकारी को भी मतदान केंद्र आवंटित करते हुए उसे पोलिंग पार्टी का अभिन्न सदस्य विधिवत रूप से बनाते हुए पोलिंग पार्टी के साथ मय वेब कासिं्टग उपकरणों और तत्संबंधी सामग्री के साथ रवाना किया जाएगा।
निर्वाचन विभाग के निर्देशों के अनुसार जिला निर्वाचन अधिकारी चयनित मतदान केंद्रों की संख्या के अनुसार सूचना सहायक, तकनीकी कर्मी या अन्य योग्य कार्मिकों को भी नियुक्त करेंगे। यह तकनीकी कर्मी वेब कासिं्टग अधिकारी कहलाएंगे और वेब कासिं्टग की व्यवस्था को सुचारू रूप से सम्पादित करेंगे। सभी वेब कासिं्टग अधिकारियों को 2 दिसंबर से पूर्व आवश्यक रूप से प्रशिक्षण भी दिलवाया जाएगा। यह है लाइव वेब कासिं्टग के निर्देशः जिला निर्वाचन अधिकारी की ओर से मतदान दिवस के लिए लाइव वेब कासिं्टग देखने और उस पर अगर कोई कार्यवाही करनी हो तो उसके लिए ऑब्जर्वर नियुक्त किए जाएंगे। वेब कासिं्टग कैमरे के सामने एक बैनर लगाया जाएगा, जिस पर विधानसभा क्षेत्र का नाम एवं संख्या तथा मतदान केंद्र का नाम एवं संख्या लिखी जाएगी। साथ ही वेब कैमरों के इंस्टॉलेशन में भी इस बात पर विशेष गौर किया जाएगा कि मतदान की गोपनीयता प्रभावित हुए बिना कक्ष के अन्दर प्रवेश से लेकर मतदाता के बाहर निकलने तक की हर गतिविधि रिकॉर्ड किया जा सके। विभाग ने इस काम के लिए संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी (आईटी) एमएम तिवारी को नोडल अधिकारी बनाया है।